Class 7 Hindi Sem 1 Chapter 4 Swadhyay (ધોરણ 7 હિન્દી સેમ 1 એકમ 4 અભ્યાસ અને સ્વાધ્યાય)

Class 7 Hindi Sem 1 Chapter 4 Swadhyay
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Class 7 Hindi Sem 1 Chapter 4 Swadhyay. ધોરણ 7 સેમ 1 હિન્દી વિષયના એકમ 4 નું અભ્યાસ અને સ્વાધ્યાય વાંચી અને લખી શકશો. ધોરણ 7 હિન્દી સેમ 1 એકમ 4 અભ્યાસ અને સ્વાધ્યાય.

कक्षा : 7

विषय : हिन्दी

एकम : 4. कथनी और करनी

सत्र : प्रथम

अभ्यास

प्रश्न 1. सोचकर बताइए :

(1) ईश्वर ने मनुष्य को अन्य प्राणियों से किस प्रकार श्रेष्ठ बनाया है?

उत्तर : ईश्वर ने मनुष्य को सोचने-विचारने और कल्पना करने के लिए मस्तिष्क दिया है। उसने मनुष्य को अच्छे-बुरे का निर्णय करने के लिए विवेक-बुद्धि दी है। वाणी का वरदान भी केवल मनुष्य को ही मिला है। मनुष्य जैसा सुंदर शरीर किसी दूसरे प्राणी का नहीं है। इस प्रकार ईश्वर ने मनुष्य को अन्य प्राणियों से श्रेष्ठ बनाया है।

(2) “धूम्रपान वर्जित है।” कहाँ-कहाँ और क्यों लिखा होता है?

उत्तर : “धूम्रपान वर्जित है।” ऐसा बसों और रेलगाड़ियों जैसे सार्वजनिक वाहनों में लिखा होता है। अस्पतालों, सिनेमागृहों और दवाखानों में भी धूम्रपान न करने की चेतावनी दी जाती है। बाग-बगीचे, पुस्तकालय, प्रतीक्षालय, धर्मशाला और सार्वजनिक शौचालय आदि स्थानों पर ऐसी पट्टियाँ लगी होती हैं ।

धूम्रपान से वायु प्रदूषित होती है। प्रदूषित वायु में साँस लेने से छाती और फेफड़े की कई बीमारियाँ होती हैं। इसलिए सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान की मनाई की जाती है।

(3) फूल सबको अच्छे क्यों लगते हैं?

उत्तर : फूल रंग-बिरंगे होते हैं। उनमें से मनभावनी सुगंध निकलती है। फूल प्राकृतिक गहनों का काम करते हैं। फूलों के तोरणों से स्थान और फूलों की मालाओं से मूर्ति की शोभा बढ़ जाती है। फूलहार का उपयोग विशिष्ट व्यक्ति का सम्मान करने में होता हैं। अपने इन गुणों और उपयोगों के कारण फूल सबको अच्छे लगते हैं।

(4) लोग कहाँ-कहाँ कतार में खड़े रहते हैं?

उत्तर : लोग ट्रेन, सरकस, प्रदर्शनी और सिनेमा के टिकट के लिए कतार में खड़े रहते हैं। राशन की दुकानों से राशन लेने के लिए भी लोगों को कतार में खड़ा रहना पड़ता है। लाइट या टेलीफोन के बिल भरने के लिए भी लोग कतार में खड़े रहते हैं। बस में चढ़ने के लिए भी यात्री कतार में खड़े रहते हैं। शहरों में मॉल में की गई खरीदी का बिल चुकाने के लिए कतार लगती है। बैंक में लोग कतार में खड़े होकर पैसे जमा करते या निकालते हैं। इस प्रकार लोग आवश्यकता के अनुसार अलग-अलग स्थानों पर कतार में खड़े रहते हैं।

प्रश्न 2. (अ) विरामचिहनों और उनके नाम की जोड़ बनाइए :

(1) ? = प्रश्नसूचक चिह्न

(2) I = पूर्णविराम

(3) ! = उद्गार चिह्न / विस्मय चिह्न

(4) , = अल्पविराम

(5) “ ” = अवतरण चिह्न

(6) ( – ) = योजक चिहन

प्रश्न 2. (ब) वाक्यों को पढ़कर उचित विरामचिह्न का प्रयोग कीजिए :

(1) फूल तोड़ना मना है

उत्तर : फूल तोड़ना मना है।

(2) वाह कितना सुंदर दृश्य है

उत्तर : वाह ! कितना सुंदर दृश्य है !

(3) बसों में लिखा होता है धूम्रपान वर्जित है

उत्तर : बसों में लिखा होता है, ‘धूम्रपान वर्जित है।’

(4) धारा रात दिन पढ़ती रहती है

उत्तर : धारा रात-दिन पढ़ती रहती है।

(5) पौधे बारिश में ही क्यों लगाए जाते हैं

उत्तर : पौधे बारिश में ही क्यों लगाए जाते हैं?

प्रश्न 3. निम्नलिखित वाक्यों में से जातिवाचक संज्ञा के आसपास O चिह्न कीजिए :

(1) मनुष्य अन्य प्राणियों से श्रेष्ठ है।

उत्तर : मनुष्य

(2) शिल्पा ने चार पौधे लगाए ।

उत्तर : पौधे

(3) शहर के लोग सुबह-शाम टहलने जाते हैं।

उत्तर : शहर

(4) फूल सबको अच्छे लगते हैं।

उत्तर : फूल

प्रश्न 4. कथनी और करनी में समानता रखने में मुश्किलें आती हैं या नहीं? चर्चा कीजिए :

उत्तर : [राकेश, चंपक और गीता वार्तालाप करते हुए।]

राकेश : कथनी और करनी में समानता रखना बड़ा कठिन है। इसमें काफी मुश्किलें आती हैं।

चंपक : धन्य हैं वे लोग, जिनकी कथनी और करनी एक जैसी होती हैं। मुझसे तो यह कभी नहीं हो सकता ।

गीता : अरे, किसी से नहीं हो सकता । मेरी माँ मुझसे सदा सच बोलने के लिए कहती है और वे खुद पड़ोसन आंटी से झूठ बोलती है।

राकेश : मेरे पिताजी, झूठ बोलने पर मुझे डाँटते हैं और जब मकान मालिक किराया माँगने आता है तब मुझसे कहते हैं, “जा, सेठ से कह दे कि पिताजी घर में है। “

चंपक : अरे भाई, जिनकी कथनी और करनी एक होती है, वे ‘संत’ कहलाते हैं। यहाँ न किसीकी माँ संत है, न बाप ।

गीता : फिर भी हमें कथनी और करनी समान रखने के लिए प्रयत्न करने चाहिए। जिसकी कथनी और करनी एक होती है उसी मनुष्य का दुनिया में आदर होता है।

प्रश्न 5. परिच्छेद पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए :

आप शुद्ध हृदय से इस बात पर विचार करें कि माता, मातृभूमि और मातृभाषा का आप पर भी ऋण है। एक जननी आपको जन्म देती है, एक की गोद में खेल- कूदकर और खा-पीकर आप पुष्ट होते हैं और एक आपको अपने भावों को प्रकट करने की शक्ति देकर आपके सांसारिक जीवन को सुखमय बनाती है, जिसका आप पर इतना उपकार है, उसके लिए कुछ करना क्या आपका परम कर्तव्य नहीं है?

प्यारे भाइयो, उठो ! आलस्य छोड़ो, काम करो और अपनी मातृभाषा की सेवा में तत्पर हो जाओ, इस व्रत का पालन करना तलवार की धार पर चलने के समान है।

अत्यंत खेद का विषय है कि आज अधिकांश भारतवासी अपनी मातृभाषा की उपेक्षा करते हैं। वे अंग्रेजी बोलकर अपने अहंकार तथा दूषित मनोवृत्ति का परिचय देते हैं। जो अपनी मातृभाषा का तिरस्कार करता है, उसे कभी देशभक्त नहीं कहा जा सकता।

प्रश्न :

(1) हम पर किस-किसका ऋण हैं?

उत्तर : हम पर माता, मातृभूमि और मातृभाषा का ऋण है।

(2) माता का ऋण हमें क्यों अदा करना चाहिए?

उत्तर : हमें माता का ऋण अदा करना चाहिए, क्योंकि उसीने हमें जन्म दिया है।

(3) किस व्रत का पालन करना अत्यंत कठिन है?

उत्तर : मातृभाषा पर गर्व करना और उसकी सेवा में तत्पर रहना हमारा कर्तव्य है। परंतु इस व्रत का पालन करना अत्यंत कठिन है।

(4) किसे देशभक्त नहीं कहा जा सकता?

उत्तर : जो मातृभाषा का तिरस्कार कर अंग्रेजी बोलने में गर्व अनुभव करता है, उसे देशभक्त नहीं कहा जा सकता ।

(5) गद्यांश को उपयुक्त शीर्षक दीजिए।

उत्तर : सच्चा देशभक्त अथवा माता, मातृभूमि और मातृभाषा

स्वाध्याय

प्रश्न 1. अंदाज अपना-अपना : “कथनी और करनी में अंतर” विषय पर अपने विचार लिखिए ।

उत्तर : मैं मानता हूँ कि कथनी और करनी में एकता रखना वीरों और सज्जनों का काम है। कथनी और करनी उसी की एक हो सकती हैं जो सत्यवादी, निर्भय और साहसी हैं। चरित्रहीन डरपोक लोग अपनी कथनी और करनी में एकता कभी नहीं रख सकते ।

प्रश्न 2. “कथनी और करनी में अंतर” विषय पर अपने दोस्त ने जो विचार लिखे हैं, उन्हें पढ़िए ।

उत्तर : ‘कथनी और करनी में अंतर’ इस विषय पर मेरे दोस्त ने लिखा है, “मैंने बहुत कोशिश की कि मैं जैसा कहूँ, वैसा ही करूँ, परंतु मुझे सफलता नहीं मिली। मैंने एक दिन माँ से कहा कि कल मैं सुबह जल्दी उठकर टहलने जाऊँगा। दूसरे दिन माँ मुझे जगाते-जगाते थक गई, पर मैं नहीं उठा। मेरी कथनी और करनी में हमेशा जमीन-आसमान का अंतर रहा। मेरे विचार से कहना बहुत आसान है, पर अपने कहे हुए को व्यवहार में लाना बहुत मुश्किल है। फिर भी मैं कोशिश करूंगा कि मेरी कथनी और करनी में अंतर न हो । यदि मुझे कुछ बनकर दिखाना है, तो अपनी कथनी को करनी में बदलना ही होगा।

प्रश्न 3. करके दिखाइए :

कोष्ठक में दिए गए शब्दों को उचित क्रम में रखकर उदाहरण के अनुसार वाक्य लिखिए :

Class 7 Hindi Sem 1 Chapter 4 Swadhyay
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उदाहरण : फूल तोड़ना मना है।

उत्तर :

(1) मैं हररोज खेलने जाता हूँ ।

(2) सबको कथनी-करनी में समानता रखनी चाहिए ।

(3) वे कहीं से अच्छे पौधे लाए।

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