Class 7 Hindi Sem 2 Chapter 1 Swadhyay
Class 7 Hindi Sem 2 Chapter 1 Swadhyay. ધોરણ 7 સેમ 2 હિન્દી વિષયના એકમ 1 નું અભ્યાસ અને સ્વાધ્યાય વાંચી અને લખી શકશો. ધોરણ 7 હિન્દી સેમ 2 એકમ 1 અભ્યાસ અને સ્વાધ્યાય.
कक्षा : 7
विषय : हिन्दी
एकम : 1. बेटी
सत्र : द्वितीय
अभ्यास
प्रश्न 1. इस काव्य का आरोह-अवरोहयुक्त समूहगान कीजिए।
उत्तर : कक्षा के सभी छात्र इस काव्य को दो-तीन बार ध्यान से पढ़ लें। फिर वे लय के अनुसार काव्य का गान करें।
प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दीजिए :
(1) आत्मनिर्भर बनने के लिए आप क्या करेंगे?
उत्तर : आत्मनिर्भर बनने के लिए हम पढ़ाई करेंगे। हम अपनी योग्यता के अनुसार कोई काम करेंगे। हमारा काम भले छोटा हो, परंतु हम उसमें सफल होने की पूरी कोशिश करेंगे।
(2) बेटी पढ़-लिखकर क्या करेगी?
उत्तर : बेटी पढ़-लिखकर और मेहनत कर अपने पैरों पर खड़ी होगी। वह सारी दुनिया को देखेगी और समझेगी। इस तरह बेटी आगे बढ़ेगी और दुनिया को दिखा देगी कि वह किसी भी बात में किसी से कम नहीं है।
(3) बेटी की तरह आप किसी का सहारा बनने के लिए क्या-क्या करेंगे?
उत्तर : बेटी की तरह मैं किसी का सहारा बनने के लिए पहले स्वयं को सहारा देने लायक बनाऊँगा। मैं खूब पढूँगा और फिर धन कमाऊँगा। धन से मैं दूसरों की मदद करूँगा। मैं गरीब विद्यार्थियों की पढ़ाई-लिखाई में पूरी मदद करूँगा। लाचार मरीजों के इलाज का प्रबंध करूँगा। बेरोजगारों को कोई-न-कोई काम दिलाऊँगा। इस तरह दूसरों को सहारा देने की मैं पूरी कोशिश करूँगा।
(4) बड़े होकर आप क्या बनना चाहते हैं? क्यों?
उत्तर : बड़ा होकर मैं अपंगों का डॉक्टर बनना चाहता हूँ। मैं देखता हूँ कि तरह-तरह की दुर्घटनाओं के कारण देश में अपंगों की संख्या बढ़ती जा रही है। लाचार अपंग अपना ठीक से इलाज भी नहीं करा सकते। बहुत-से अपंगों को भीख माँगकर पेट भरना पड़ता है। समाज में अपंगों को कोई सम्मान नहीं देता। वे बेचारे आँसुओं के चूंट पीकर हैं। मेरा प्रयत्न होगा कि अपंगों की अपंगता मिट जाए और वे भी अपने बल पर जी सकें।
(5) आप जीवन में क्या करना चाहते हैं?
उत्तर : मैं जीवन में समाज और देश की सेवा करना चाहता हूँ। में लोगों को बुरे व्यसनों से छुटकारा दिलाऊँगा। जाति-पाँति का भेद मिटाकर सबको समता का पाठ पढ़ाऊँगा। देश में बढ़ रही बेईमानी और भ्रष्टाचार मिटाऊँगा। मैं एक आदर्श समाज का निर्माण करना चाहता हूँ। मैं अपने देश की जनता को सुखी बनाना चाहता हूँ।
प्रश्न 3. बॉक्स में दिए गए शब्दों के अर्थ शब्दकोश में से ढूँढ़कर उन्हें शब्दकोश के क्रम में पत्तियों में लिखिए :
मिसाल, गर्व, अम्बर, शान, कष्ट
उत्तर :
मिसाल – उदाहरण
गर्व – अहंकार
अम्बर – आकाश
शान – प्रतिष्ठा,
कष्ट – मुसीबत
शब्दकोश के क्रम में : अहंकार, आकाश, उदाहरण, प्रतिष्ठा, मुसीबत
प्रश्न 4. निम्नलिखित शब्दों को उदाहरण के अनुसार उचित क्रम में रखकर अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :
उदाहरण :
शब्द : चाहिए, का, प्रसार, घर-घर, होना, में, शिक्षा।
वाक्य : घर-घर में शिक्षा का प्रसार होना चाहिए।
(1) पेड़, भारत, का, की, है, मूलतः, नीम, धरती।
वाक्य : नीम मूलतः भारत की धरती का पेड़ है।
(2) नीम, है, दातुन, श्रेष्ठ, की, होती, दाँतों, लिए, के।
वाक्य : दाँतों के लिए नीम की दातुन श्रेष्ठ होती है।
(3) दीया, जलाकर, दिया, रख, में, ऑगन ।
वाक्य : दीया जलाकर आँगन में रख दिया।
(4) अधीरता, दिखानी, हमें, में, नहीं, खाने, चाहिए।
वाक्य : हमें खाने में अधीरता नहीं दिखानी चाहिए।
(5) विनम्रता, चाहिए, व्यवहार, हमारे, में, होनी, भी।
वाक्य : हमारे व्यवहार में विनम्रता भी होनी चाहिए।
स्वाध्याय
प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(1) बेटी सहारा बनने के लिए क्या-क्या करेगी?
उत्तर : बेटी सहारा बनने के लिए पढ़-लिखकर आगे बढ़ेगी। वह अपने पैरों पर खड़ी होगी। इस तरह सहारा बनने के पहले बेटी अपने को सहारा देने लायक बनाएगी।
(2) बेटी दुनिया को कैसे समझना चाहती है?
उत्तर : बेटी मेहनत कर पढ़ाई करेगी और अपनी बुद्धि का विकास करेगी। वह लोगों के कार्यों और व्यवहारों को देखेगी। इस तरह बेटी दुनिया को समझना चाहती है।
(3) बेटी तितली बनकर क्या करना चाहती है?
उत्तर : बेटी तितली बनकर बागों में घूमेगी और हवा को चूमेगी। वह मस्त होकर नाचेगी और गाएगी। इस तरह तितली बनकर बेटी जीवन की स्वतंत्रता का आनंद लेना चाहती है।
(4) बेटी की क्या-क्या तमन्नाएँ हैं?
उत्तर : बेटी तारा बनना चाहती है। वह धरती पर चाँद की तरह चमकना चाहती है। उसकी इच्छा दुनियारूपी बाग में खिलनेवाला फूल बनने की है। वह तितली बनकर हवा को चूमना चाहती है। इस तरह बेटी के दिल में कई तरह की तमन्नाएँ हैं।
प्रश्न 2. निम्नलिखित काव्य-पंक्तियों का भावार्थ लिखिए :
(1) गगन पे चमके चंदा, मैं धरती पे चमकूँगी,
धरती पर चमकूँगी, मैं उजियारा करूँगी…..
भावार्थ : जिस तरह आकाश में चाँद चमकता है, उसी तरह मैं धरती पर चमकूँगी और चारों ओर अपना प्रकाश फैलाऊँगी – चारों और मेरा यश फैलेगा।
(2) पढूंगी-लीखूगी मैं मेहनत करूँगी,
अपने पाँव चलकर मैं दुनिया को देखूगी
दुनिया को देखूगी मैं दुनिया को समझूगी।
भावार्थ : मैं पढूंगी, लीखूगी और मेहनत कर आगे बढूँगी। मैं आत्मनिर्भर बनूँगी। पढ़-लिखकर मैं दुनिया के व्यवहारों को देखूगी और समझूगी।
प्रश्न 3. उदाहरण के अनुसार विलोम शब्द का प्रयोग कीजिए :
उदाहरण : सफल X असफल
वाक्य-प्रयोग :
(1) तेनसिंग एवरेस्ट पर पहुँचने में सफल हुए।
(2) कई बार मेहनत करने पर भी आदमी असफल होता है।
शब्द : (1) आकाश (2) उजियारा (3) इधर (4) भलाई (5) पाना
उत्तर :
(1) आकाश – धरती
वाक्य-प्रयोग :
(1) देखते-ही-देखते विमान आकाश में पहुँच गया।
(2) यात्री सुरक्षित रूप से धरती पर उतर आए।
(2) उजियारा x अँधियारा
वाक्य-प्रयोग :
(1) सुबह उजियारा होते ही हम काम में लग गए।
(2) शाम को अँधियारा होते ही हम घर लौट आए।
(3) इधर x उधर
वाक्य-प्रयोग :
(1) आप इधर बैठिए।
(2) वे उधर बैठेंगे।
(4) भलाई x बुराई
वाक्य-प्रयोग :
(1) संत सबके साथ भलाई करते हैं।
(2) दुष्टों को दूसरों की बुराई करने में मजा आता है।
(5) पाना x खोना
वाक्य-प्रयोग :
(1) सफलता पाना सबको अच्छा लगता है।
(2) कभी-कभी जो अच्छा लगता है, उसीको खोना पड़ता है।
प्रश्न 4. उदाहरण के अनुसार वचन-परिवर्तन करके वाक्य में प्रयोग कीजिए :
उदाहरण : घोड़ा- घोड़े
वाक्य-प्रयोग :
(1) घोड़ा दौड़ रहा है।
(2) घोड़े दौड़ रहे हैं।
शब्द : (1) मैं (2) बच्चे (3) खिलौना (4) खेत
(1) मैं – हम
वाक्य-प्रयोग :
(1) मैं पढ़ रहा हूँ।
(2) हम पढ़ रहे हैं।
(2) बच्चे–बच्चा
वाक्य-प्रयोग :
(1) बच्चे खेल रहे हैं।
(2) बच्चा खेल रहा है।
(3) खिलौना-खिलौने
वाक्य-प्रयोग :
(1) खिलौना सुंदर है।
(2) खिलौने सुंदर हैं।
(4) खेत-खेत
वाक्य-प्रयोग :
(1) खेत हरा-भरा है।
(2) खेत हरे-भरे हैं।
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